Introduction
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना अमेरिका दौरा पूरा किया है जिसमें उन्होंने अमेरिकी उद्योगपति और EV दिग्गज Elon Musk के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की और इस बैठक के कुछ दिनों बाद Elon Musk की कंपनी Tesla ने भारत में नियुक्तियां शुरू कर दी हैं ।

जिसके परिणामस्वरूप ये कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय बाजार में अब Tesla car की एंट्री होने वाली है जिसका लंबे समय से इंतजार किया जा रहा था।
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की मांग पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है। तकनीकी विकास, सरकार की नीतियाँ, बढ़ते ईंधन के दाम और पर्यावरण के प्रति जागरूकता ने EVs को एक आकर्षक विकल्प बना दिया है।
Price of Tesla Car in India
CLSA(Capital market company) की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर टेस्ला भारत आती है तो आयात शुल्क 20 फीसदी से कम होने के बाद भी इसकी कीमत 35 लाख रुपये से 40 लाख रुपये के बीच होगी।
Tesla की 2 आगामी कारें हैं – Model S और Model 3। टेस्ला ब्रांड की पहली आगामी कार Model S जल्द ही भारत में लॉन्च होने की उम्मीद है।

Mileage of Tesla Car
मॉडल और कॉन्फ़िगरेशन के आधार पर उनकी अनुमानित रेंज:
Model S – 365-837 KM
Model 3 438-614 KM
Model X – 550 + KM
Model Y – 480 +KM
Tesla Car की प्रमुख विशेषताएं :
- Autopilot – Tesla की Autopilot System , कार को बिना ड्राइवर के भी सुरक्षित तरीके से चलाने की क्षमता देता है, जिसे ADAS (Advanced Driver assistance systems) कहा जाता है ।
- Dog Mode- Dog Mode एक सुविधा है जो कार के खाली होने पर कार के जलवायु नियंत्रण प्रणाली को चालू रखता है। यह आपको काम-काज के दौरान अपने कुत्ते को कार में छोड़ने की अनुमति देता है।
- Sentry Mode – यह एक Intelligent Vehicle security system है,जो आस-पास संभावित खतरों का पता चलने पर आपको सचेत करती है। यदि किसी खतरे का पता चलता है या वाहन के सेंसर यह निर्धारित करते हैं कि बहुत अधिक झटकेदार हरकत हो रही है, जैसे खींचे जाने या हिलाए जाने पर, Sentry mode: हेडलाइट्स को स्पंदित करता है। अलार्म बजता है ।
- Superchargers – Tesla के Superchagers स्टेशनों से कार को मिनटों में चार्ज किया जा सकता है। Teasla के Solar roof और Solar panel से कार को चार्ज किया जा सकता है, जिससे ईंधन लागत और भी कम हो जाती है।
- Plaid mode – Plaid mode Tesla के Model S में उपलब्ध है । यह अधिकतम शक्ति और Torque प्रदान करता है। यह लगभग दो सेकंड में 0 से 60 मील प्रति घंटे की रफ़्तार तक जा सकती है।
- Touchscreen – Tesla Car के अंदर भविष्य की टेक्नोलॉजी देखने को मिलती है। 15-इंच या 17-इंच Touchscreen से गाड़ी का पूरा नियंत्रण स्क्रीन से किया जा सकता है। इस में voice command support है इसके तहतड्राइवर अपनी आवाज़ से गाड़ी कंट्रोल कर सकता है।
- Web browser – Tesla में नेटफ्लिक्स, यूट्यूब और गेमिंग का आनंद लिया जा सकता है।
- Bioweapon Defense mode -यह धूल, प्रदूषण और बैक्टीरिया से बचाव करता है । Tesla के कुछ मॉडल HEPA एयर फिल्टर के साथ आते हैं, जो कार के अंदर हवा को 100% शुद्ध बनाए रखते हैं।
Tesla के आने से भारतीय कार कंपनियों पर असर:
Tesla के आगमन से भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की लोकप्रियता और बिक्री में जबरदस्त वृद्धि हो सकती है। Tesla की एंट्री से टाटा मोटर्स, महिंद्रा, हुंडई, एमजी मोटर और अन्य कंपनियों को अधिक प्रतिस्पर्धी होना पड़ेगा। इससे भारतीय कंपनियाँ अधिक उन्नत और किफायती इलेक्ट्रिक वाहन बनाने की दिशा में निवेश बढ़ाएँगी।
अन्य संभावित बदलाव:
- नए मॉडल और सस्ती EVs: भारतीय कंपनियाँ नए और सस्ते EV मॉडल लाने पर काम करेंगी।
- बेहतर टेक्नोलॉजी: ऑटोपायलट, बैटरी रेंज और चार्जिंग स्पीड में सुधार होगा।
- ग्राहकों के लिए अधिक विकल्प: उपभोक्ताओं के पास EVs के अधिक विकल्प होंगे।
सरकारी सब्सिडी और प्रोत्साहन योजनाएँ
भारत सरकार और विभिन्न राज्य सरकारें इलेक्ट्रिक वाहनों को अपनाने के लिए कई योजनाएँ चला रही हैं। FAME II (Faster Adoption and Manufacturing of Electric Vehicles) जैसी योजनाओं के तहत इलेक्ट्रिक वाहनों पर सब्सिडी दी जा रही है, जिससे इनकी कीमतें कम हो रही हैं और लोग इन्हें खरीदने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।